संघ का सपना - भारत विश्व गुरु बने

संघ प्रमुख और संतों में के बीच विचारों का आदान -प्रदान होगा। भागवत और संत समाज के बीच इस चर्चा में सेतु का काम धर्मजागरण मंच ने किया है। संघ का विचार है कि जिस दौर में भारत विश्वगुरु रहा ,उन दिनों भारत के आध्यात्म और धर्मगुरुओं साथ उनकी प्रेरणा से किये जाने वाले क्रियाकलापों को विशेष योगदान रहा। भारत एक बार फिर विश्वगुरु बनकर उभरे,संघ का यह सपना है,जिसे साकार करने के लिये संघ अपनी गतिविधियों में इस पर चर्चा जारी रखता है। 


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को राष्ट्रवाद और राष्ट्र के विकास में संत समाज की भूमिका को ले कर पांच राज्यों के 35 संतो के साथ विचारविमर्श करेंगे। अध्योध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर भी चर्चा हो सकती है लेकिन राममंदिर पर किस तरह की चर्चा होगी,इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।