मछली पकड़ने के बेकार हो चुके उपकरणों के कारण गंगा नदी में होने वाला प्लास्टिक प्रदूषण लुप्तप्रायः प्रजाति के कछुओं और गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन जैसे जलीय जीवों के लिए बहुत बड़ा खतरा है।
इसमें बांग्लादेश में नदी के मुहाने से लेकर भारत में हिमालय तक किए गए सर्वेक्षण में पता चला कि मछली पकड़ने के बेकार उपकरण सर्वाधिक मात्रा में समुद्र के निकट है। शोधकर्ताओं ने पाया कि इन बेकार वस्तुओं में जो सबसे ज्यादा संख्या में देखी गई है, वो मछली पकड़ने के जाल है, जो प्लास्टिक से बने होते है।