मीरजापुर , मड़िहान रोडवेज परिसर में राम कथा के दौरान कथा वाचक जगदीशानंदजी महाराज ने शिव पार्वती के विवाह की कथा सुनाई। बताया कि माता पार्वती श्रद्धा स्वरूप और भगवान भोलेनाथ विश्वाश के प्रति मूर्ति है। कहा कि श्रद्धा टूटती है तो आहत पहुँचती है,जबकि विश्वाश टूटता है तो सब कुछ समाप्त हो जाता है। हिमाचल नगरी में शिव बारात में भूत-प्रेत की टोलियो को देख सम्पूर्ण गांवो में भय का वातावरण व्याप्त था।
भगवान शंकर विवाह मंडप के द्वार पर आये जहां महारानी मैना आरती लेकर तैयार थी। शंकर जी के रौद्र रूप को देख उनके हाथो से थाली छूटकर नीचे गिर गयी। कथा सुनने के लिए क्षेत्र की जनता की आपार भीड़ देखी गयी।