राष्ट्रपति भवन में केन्द्रीय विश्वविद्यालयो ,कृषि और सुचना प्रौद्योगिकी सहित कई अन्य क्षेत्रो से जुड़े उच्च शिक्षण संस्थनो के 46 प्रमुखों के एक सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा-- हमे उस पैमाने और दक्षता को हासिल करने की जरूरत है ,जो दुनिया में सबसे बढ़िया और बेहतर है। राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी विशेषग्यता विकसित कर संस्थानों को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए और एक -दूसरे से सीखना चाहिए। उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रमुखो को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना चाहिए। सम्मेलन में अनुशंधान को बढ़ावा देने ,छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने, निर्माण उद्योग -अकादमिक गतिविधियों ,रिक्तियो को भरने,पूर्व छात्र निधि बनाने,पूर्व छात्रों की गतिविधियों को बढ़ाने और प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर चर्चा हुई।
विकास के लिए भारत प्रयासरत -राष्ट्रपति