आज से गुप्त नवरात्र

माघ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि यानि शनिवार से गुप्त नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। गुप्त नवरात्र के दौरान मां विंध्यवासिनी के दरबार में दर्शन -पूजन का क्रम चलता रहेगा। साथ ही गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक मां के दरबार में नौ दिनों तक पूजन अर्चन के साथ साधना भी करेंगे। देवी भागवत के अनुसार वर्ष के चार नवरात्र में दो प्रत्यक्ष एवं दो अप्रत्यक्ष होते है माघ के शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्र का विशेष महत्व है। बड़े साधक कलश स्थापना कर विधि -विधान से मां को खुश करने के लिए साधना करते है। गुप्त नवरात्र में भी विंध्य क्षेत्र के त्रिकोण का आध्यात्मिक महत्ता है। मां के दर्शन के लिए विंध्याचल में नौ दिनों तक निवास कलश स्थापन पूजन -अर्चन करने भक्त की सभी कामनाएं पूरी होती है।