हिन्दू धर्म का संक्रातिं

मकर संक्राति में मकर शब्द मकर राशि को इंगित करता है जबकि संक्रांति का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है मकर संक्राति के दिन धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्राति कहते है। आगमन 14 जनवरी मंगलवार की मध्य रात्रि के बाद रात 2 बजकर 7 मिनट पर हो रहा है। मध्य रात्रि के बाद संक्रांति होने के वजह से इसके पुण्य काल का विचार अगले दिन ब्रहम मुहूर्त से लेकर दोपहर तक होगा इसी वजह से मकर संक्राति बुधवार 15 जनवरी को मनाई जाएगी