केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जावड़ेकर ने संवाद दाताओ के सवाल के जवाब में कहा, यह लोकतांत्रिक देश है। कोई कलाकार ही क्यों,कोई भी आम व्यक्ति कही जा सकता है, अपनी राय रख सकता है।
इस बारे में सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि मै भाजपा का मंत्री भी हूं और प्रवक्ता भी और मैं यह बात कह रहा हूं। साथ ही यह भी कहा कि देश के किसी हिस्से में कहीं भी हिंसा हो,तब हम उसकी भतर्स्ना करते हैं। हिंसा का देश में कोई स्थान नहीं है। सूचना प्रसारण मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसा स्थान होता है जहां लोग पढ़ने जाते है ऐसे में हिंसा का वहां कोई स्थान नहीं है।
जावड़ेकर ने कहा कि जेएनयू में सेमेस्टर के पंजीकरण का कार्य शुरू हुआ था और सभी छात्र यह कर रहे थे। तब कुछ छात्र संघो ने तय किया कि इसे नहीं होने देंगे।