शरणार्थियों के सम्मान की रक्षा ;- मंत्री ने कहा कि महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद और राजेंद्र प्रसाद समेत कई अन्य नेताओ ने अपने -अपने समय में शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने को कहा था पर कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के डर से हिम्मत नहीं कर पायी। अब प्रधानमंत्री मोदी ने शरणार्थियों के सम्मान की रक्षा की है और जो शरणार्थी भारत आये है , वे अब भारत के है। हमे इसका विरोध नहीं करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत एक लोक तांत्रिक देश है और प्रदर्शन करने की स्वतंत्र्ता है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। उन्होंने कानून को लेकर विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, हम आलोचना का स्वागत करते है लेकिन वे आवाजे और विचार अस्वीकार्य है जो देश को बाटने की बाते करते है। प्रसाद ने कहा कि सरकार ने बार-बार कहा है कि यह कानून भारतीय नागरिको पर लागू नहीं होता। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के नेता भी विभिन्न मौको पर हिन्दुओ, सिखों और पाकिस्तान तथा बांग्लादेश से भारत आए प्रताड़ित अन्य अल्पसख्यको को नागरिकता देने की बात कर चुके है। इस बीच प्रसाद उस बच्ची से भी मिले जिसे नागरिकता नाम दिया गया हैं। बच्ची का जन्म उस दिन हुआ था जिस दिन संसद ने यह कानून बनाया था।