पौष पूर्णिमा का पुण्यकाल आज सुबह 6:44 बजे शुरू हो गया। संगम स्नान के बाद देश के तमाम हिस्सों से आए श्रद्धालु एक माह के कल्पवास का संकल्प लेंगे। कल्पवास माघी पूर्णिमा तक चलेगा। कल्पवासी मोह माया से दूर रहकर एक माह तक धर्म-अध्यात्म में रगे रहेंगे। स्नान पर्व से एक दिन पहले गुरुवार को मेला क्षेत्र में पूर्वांचल, अवध और मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
प्रथम स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के साथ माघ मेला 2020 का शुक्रवार को शुभारंभ होगा। इसी के साथ संगम की रेती पर एक माह का कल्पवास भी शुरू होगा। पहले स्नान पर्व पर संगम में डुबकी लगाने के लिए गुरुवार रात तक लगभग ढाई लाख श्रद्धालु मेला क्षेत्र में पहुंच चुके थे।