प्रयागराज से बाल मंदिर लेकर अयोध्या जायेंगे ----शंकराचार्य

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तश्वेरानंद सरस्वती ने केंद्र सरकार से मांग की है कि अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का जिम्मा अयोध्या श्रीरामजन्मभूमी रामालय न्यास को दे। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो वे न्यायालय का सहारा लेंगे। मंदिर निर्माण होने तक रामलला के विग्रहो को चंदन से बने बाल मंदिर में रखा जाएगा। जिसका निर्माण शंकराचार्य ने मध्य प्रदेश में शुरू करा दिया है। शिवरात्रि के बाद किसी दिन शुभ मुहूर्त में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती स्वयं प्रयागराज से रथ पर बाल मंदिर लेकर अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।


              सोमवार को माघ मेला स्थित शंकराचार्य शिविर में मीडिया से उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को नियमावली बनाकर उचित ट्रस्ट को जमीन सौंपने के लिए तीन माह का समय दिया है। चारों शंकराचार्यो, पांच वैष्णवाचार्यों और तेरहों अखाड़ों के रामालय न्यास ने केन्द्र सरकार के समक्ष मन्दिर निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता रख दी है।