समस्त देवी-देवताओ में प्रथम पूज्य गणेश के आठ अवतार है- वक्रतुण्ड, एकदन्त, महोदर, गजानन, लम्बोदर, विकट, विघनराज और धूम्रवर्ण। इन अवतारों में जहां गणेश जी के हाथो राक्षसों के वध के बजाय उन्हें शरण में लेने का अद्भुत विवरण मिलता है, तो वही यह भी साफ-साफ नजर आता है कि इन अवतारों के दौरान जिन-जिन राक्षसों के साथ गणेश जी का युद्ध हुआ, वे सब देवताओ की कमजोरियों से ही पैदा हुए। मानव में जब ये कमजोरिया उजागर होती है, तो महाभारत होता है, सीता हरण होता है।
गणेश के आठ प्रमुख अवतार है ------