राष्ट्पति रामनाथ कोविंद ने देश सामने नए भारत की रुपरेखा पेश की। बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नए भारत में पुरानी समस्याओं के समाधान के साथ विकास के नए अध्याय लिखे जायेगा। अभिभाषण के दौरान नागरिकता संशोधन कानून की खिलाफ विपक्षी दलों ने तख्तियां लेकर और काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। कई सदस्यों ने हशर्म करो-शर्म करोह के नारे भी लगाए।
नए भारत के लिए जनादेश संसद के केंद्रीय कक्ष में लगभग हर मिनट पर मेजो की थपथपाहट के बीच राष्टपति ने कहा कि देश की जनता ने नए भारत का निर्माण के लिए सरकार को जनादेश दिया है