रामजन्मभूमि के 70 एकड़ से अधिक विस्तृत क्षेत्रफल की भूमि पर भावी विकास का अब वास्तविक मास्टर प्लान तैयार किया जायेगा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की ओर से इस मास्टर प्लान के अनुमोदन के उपरांत प्रकिया आगे बढ़ेगी। ऐसे में रामनवमी अथवा अक्षय तृतीया पर मंदिर निर्माण कार्य प्रारम्भ होने की उम्मीद अटकलबाजी ही मानी जाएगी। यह जरूर है कि विराजमान रामलला को परिसर में ही स्थान सुनिशिचत कर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर बनाकर शिफ्ट कराया जायेगा।
रामजन्मभूमि परिसर का बनेगा मास्टर प्लान