कोरोना महामारी और लॉकडाउन का सबसे बुरा असर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उघम (एमएसएमई ) के कारोबारियों पर हुआ हैं। वही अब मजदूरों की घर वापसी से संकट और भी गहरा हो गया है। छोटे करोबारियो का कहना है कि हम अपनी क्षमता का 20 से 30 ही काम कर पा रहे है। अगर ऐसा रहा तो नुकसान की भरपाई करना बहुत ही मुश्किल होगा।
सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उघम ----