वर्तमान में चीन से सम्पूर्ण विश्व असंतुष्ट है और तमाम देश चीन से माल के आयातों पर प्रतिबन्ध लगाने की दिशा में है। बहुराष्ट्रीय कम्पनिया चीन से बाहर जाकर दूसरे देशों में माल के उत्पादन को उत्सुक है। इस परिस्थिति में हमारे सामने अवसर है कि हम चीन के द्वारा खाली की गई जमीन को हथिया कर उस पर अपना वर्चस्व स्थापित कर ले और विश्व बाजार में अपना स्थान बना लें।
लेकिन विषय सिर्फ चीन का नहीं है। यदि हमे विश्व बाजार में अपना स्थान बनाना है तो थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों से भी प्रतिस्पर्धा करनी होगी अन्यथा खरीदार चीन के स्थान पर भारत से न खरीदकर वियतनाम से खरीदेगा। अंततरू में हमे सम्पूर्ण विश्व में सबसे सस्ता माल बनाकर बाजार में उपलब्ध कराना होगा।