विशेषज्ञों का मानना है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से बड़े विनिर्माण क्षेत्रो में कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने और कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण में तेजी आ सकती है।
पूरी दुनिया की प्रयोगशालाओं में इस घातक महामारी की वैक्सीन खोजी जा रही है।