खरना संग 36 घंटे का निर्जला व्रत --------

मीरजापुर। सूर्योपाशन के चार दिवसीय महापर्व डाला छठ के दूसरे दिन व्रती महिलाओं ने खरना का व्रत किया। सुबह गंगा स्नान करने के बाद नये वस्त्र धारण कर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इसके बाद पूरे दिन निर्जला व्रत रहीं। शाम को सूर्यास्त से पहले नए गुड़-चावल और दूध से मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी, गाय के गोबर की गाइठी की आंच पर बखीर का प्रसाद बनाया। प्रसाद तैयार हो जाने के बाद केले के पत्ते पर मिट्टी के ढकनी में रखकर मां षष्ठी को भोग लगाया। साथ ही दुग्ध-गंगा जल मिश्रित जल तांबे के लोटे में भर कर षष्ठी माता को अर्घ्य अर्पित किया।