पौधे सुरक्षित नहीं बचे -----

गावों को पर्यावरण प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए बीते जुलाई माह में जिले के 809 ग्राम पंचायतो में दो करोड़ रूपये खर्च कर रोपे गए दस लाख पौधों में आधे पौधे भी सुरक्षित नहीं बचे है। किसी-किसी गांव ही नहीं पूरे ब्लॉक में एक भी पौधे नहीं बचे है। 


              जिन गावों में पौधों बचे है वहां देखभाल के अभाव में सूखने की कगार पर पहुंच गए है। इससे जहां पर्यावरण को हरा-भरा बनाने की शासन की योजना खटाई में पड़ गयी। वहीं शासकीय खजाने को भी भारी क्षति पहुंची है।